उत्तराखंड की सिल्कयारा सुरंग से 17 दिन बाद सफलतापूर्वक श्रमिक बाहर निकल आए है। ये मजदूर सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 12 नवंबर को फंस गए थे। तब से ही इन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी था। इन मजदूरों के बाहर निकलने के बाद जहां इन्हें बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है। सीएम धामी ने एक लाख रुपए की राहत राशि दी है। इतना ही नहीं इन मजदूरों को विमान से लाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचे, जहां सुरंग के निकाले गए 41 मजदूरों को रखा गया है। सीएम ने मजदूरों को एक-एक लाख के चेक दिए। इसके बाद सीएम धामी यहां से लौट गए। उन्होंने कहा कि अब एम्स ऋषिकेश में मजदूरों की सघन जांच होगी इसके बाद उन्हें उनके घर भेजा जाएगा। भारतीय वायु सेवा के चिनूक विमान से सभी श्रमिक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं उनके परिजनों को एंबुलेंस से भेजा गया। वहीं इन सभी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में लाये जाने को लेकर अलर्ट जारी हो गया है। एम्स ही नहीं बल्कि पुलिस और स्थानिय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। परिसर के भीतर सरगर्मी बढ़ गई है।
बताया जा रहा है कि मजदूर नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिए काम रहे थे। एजेंसी ने मजदूरों को 15-20 दिनों के लिए घर जाने की अनुमति दी है। सबसे पहले युवा मजदूर को सुरंग से बाहर निकाला गया। इसके बाद एक एक बाकी मजदूरों को बाहर निकाला गया। मुख्यमंत्री ने अपनी घोषणा को पूरा करते हुए सभी 41 मजदूरों को एक एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी है।