बदरीनाथ और केदारनाथ धामकई कुंतल फूलों से सजे, हो रही विशेष पूजा की तैयारी…

देशभर में जहां दिवाली पर्व की धूम है। वहीं चारों धाम में भी दिवाली पर्व को लेकर तैयारियां तेज है। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम को कई कुंतल फूलों से सजाया गया है।  दीपावली वाले दिन मां लक्ष्मी की पूजा को लेकर धाम में विशेष तैयारियां की जा रही है। साथ ही धाम के कपाट बंद करने की तैयारियां भी शुरू हो गई है। आइए जानते है कब इन धामों के कपाट बंद होंगे और कैसे विशेष पूजा होगी।

मिली जानकारी के अनुसार बाबा केदार के मंदिर को करीब 15 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा है। केदारनाथ मंदिर को सजाने के लिए यह फूल ऋषिकेश के किसी दानदाता ने दिए हैं. इसके अलावा केदारनाथ में कपाट बंद करने की तैयारियां भी शुरू हो गई है। भगवान केदारनाथ के कपाट 15 नवंबर को भैया दूज के पर्व पर बंद कर दिए जाएंगे। उधर,  बदरीनाथ मंदिर को दस कुंतल गेंदे के फूलों से भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। जिससे धाम की खूबसूरती और बढ़ गई है ।कर्मचारी मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर कर रहे हैं। मंदिर के चारों तरफ फूल मालाएं लगाई गई हैं। मंदिर के द्वार पर फूल मालाओं के साथ पीपल व आम की पत्तियों के बंदनवार लगाए गए हैं।

गौरतलब है कि चारधाम यात्रा अंतिम पड़ाव में है। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद होंगे, जबकि गंगोत्री धाम के 14 नवंबर और बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे। चारधामों के कपाट बंद होने के साथ ही यात्रा छह माह के शीतकाल के लिए बंद रहेगी। अब तक चारधामों के साथ हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 55 लाख पार करने वाला है, जो यात्रा के इतिहास में नया रिकॉर्ड है। साथ ही बाबा केदार और बदरीनाथ धाम में 51 हजार से अधिक वीआईपी दर्शन करने पहुंचे।

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