ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में टूरिज्म और एविएशन क्षेत्र में राज्य की प्रगति और समृद्धि के विकास पर आधारित द्वितीय सत्र आयोजित हुआ। सत्र में उत्तराखंड की टूरिज्म क्षेत्र में क्षमताओं के विकास, हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटन विकास में एविएशन की भूमिका, आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तराखण्ड के चहुंमुखी विकास में मील का पत्थर साबित होगा। जितने भी करार देश के विभिन्न संस्थानों से राज्य सरकार ने किए हैं, यह राज्य में रोजगार सृजन कर आर्थिकी को सशक्त करेगी। ॐ पर्वत के निकट स्थित गुंजी को शिवनगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। भविष्य में कॉर्बेट के सीताबनी में टोटल एनिमल किंगडम के रूप में विकसित किए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि देश के साथ ही विदेशी लोग गंगा आरती, गुरुजनों से मिलने धर्म नगरी हरिद्वार आते है।
राजस एयरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर लिमिटेड प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ मनीष सैनी ने बताया कि उत्तराखंड शासन और प्रशासन के सहयोग से ऋषिकेश में 2013 और 2014 में एयरसफारी शुरू की थी। ये इंडिया की पहली एयरसफारी थी जिसमें ऋषिकेश से उत्तराखंड की छिपी हुई सुंदरता को पर्यटकों को दिखाने का काम शुरू हुआ था। उन्होंने बताया की इसी महीने के अगले सप्ताह में उत्तराखंड में जायरो कॉप्टर सेवा की शुरुआत भी की जा रही है। सबसे खास बात ये है कि ये भारत और दक्षिण एशिया की पहला जेयरोकॉप्टर सफारी होगी।
सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने राज्य में बढ़ते पर्यटन अवसर पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड पर्यटन का राज्य की जीडीपी में लगभग 15 प्रतिशत योगदान है वही राष्ट्र की जीडीपी में 06 प्रतिशत की भागीदारी है। आज उत्तराखण्ड वैश्विक स्तर पर टूरिज्म हब बन चुका है। सत्र में इंडियन होटल कंपनी लिमिटेड की एरिया डायरेक्टर कनिका हसरत, लॉकहीड मार्टिन से पार्थ पी राय, टीडबल्यूआई ग्रुप ऑफ कंपनीज से डॉ. उत्तम सिंघल, अपर सचिव पर्यटन पूजा गर्ब्याल, बृजेंद्र पांडे, सीमा नौटियाल तथा अन्य लोग मौजूद थे।