बच्चों में फैल रही रहस्यमयी बीमारी, हो रही ये समस्याएं…

चीन में बच्चों में फैल रही रहस्यमयी बीमारी ने जहां सबकों हैरत में डाल दिया है। अस्पताल बच्चों से भरे हैं। वहीं भारत में भी इसको लेकर अलर्ट जारी हो गया है। केंद्र ने इसे लेकर गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है। लोगों से बच्चों का खास ख्याल रखने की अपील की गई है। आइए जानते है क्या है ये बीमारी और इससे कैसे बच सकते है।

मिली जानकारी के अनुसार चीन में बच्चों में माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के मामले बढ़ने पर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद उत्तराखंड भी सतर्क हो गया है। बताया जा रहा है कि इन्फ्लूएंजा संक्रमण के लक्षण कोरोना वायरस से काफी समानता रखते हैं। डब्ल्यूएचओ की माने तो इन बच्चों में सांस संबंधी और निमोनिया से संबंधित बीमारी का पता चला है। हालांकि, इसके लक्षण निमोनिया से भी अलग है। बच्चों में तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत और फ्लू की समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में सभी राज्य कोरोना संक्रमण को लेकर पहले से जारी दिशानिर्देशों का पालन करें। राज्यों को लिखे पत्र में मंत्रालय ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में बच्चों में निमोनिया के मामलों का तत्काल पता लगाने का निर्देश दिया है।

बताया जा रहा है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन व बेड की व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है। उन्होंने राज्यों से एक्शन रिपोर्ट जल्द साझा करने की अपील भी की है। वहीं केंद्र के निर्देश के बाद अब उत्तराखंड में भी बच्चों में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के लक्षणों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। हालांकि राज्य में अभी तक इस तरह का कोई मामला नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी जिलों को भी अस्पतालों में विशेष निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।

हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कहा कि देश में कहीं भी एच9एन2 के मामले की पुष्टि नहीं हुई है। संदिग्ध मरीजों को लेकर भी कोई सूचना नहीं है। स्थिति घबराने जैसी नहीं है, लेकिन एहतियात के लिए जिला और राज्य स्तर पर नजदीक से निगरानी रखने की जरूरत है। केंद्र लगातार निगरानी कर रहा है। अस्पतालों में नजर रखी जाए कि क्या किसी क्षेत्र में निमोनिया के मामलों में बढ़ोतरी तो नहीं हुई है। बच्चों के साथ-साथ किशोरों में भी निमोनिया के मामलों का पता लगाया जाए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत को भेजे ई-मेल में कहा कि चीन में फैले संक्रमण से बचाव के तरीके कोरोना जैसे ही हैं। डब्ल्यूएचओ ने चीन से अतिरिक्त जानकारी मांगी है। बताया जा रहा है कि चीन के इसी इलाके से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी, जो दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंच गया था। WHO ने चीन को इस बीमारी से जुड़ी हर जानकारी साझा करने का निर्देश दिया है। चीन के लोगों से भी एजेंसी ने इस बीमारी के उपायों का पालन करने को कहा है। सभी लोगों को बीमार लोगों से दूरी बनाए रखने, बीमार होने पर घर पर रहने  और मास्क पहनने की अपील की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *