
देहरादून। प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी (Development Minister Ganesh Joshi) से आज हाथीबड़कला स्थित कैंप कार्यालय में ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (GI TAG) के विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. रजनीकांत ने शिष्टाचार भेंट की। भेंट के दौरान डॉ. रजनीकांत ने कृषि मंत्री जोशी को जानकारी दी कि अब तक वे देश के 24 राज्यों से 350 से अधिक उत्पादों के लिए जीआई टैग हेतु आवेदन कर चुके हैं, जिसमें से 157 जीआई ग्रांट हो चुके हैं। जिसमें उत्तराखंड के 25 ग्रांट हो चुके है।
जबकि उत्तराखण्ड का बेडू, बद्री गाय का घी, भंगजीरा और तिमूर जैसे चार उत्पादों की हियरिंग इसी माह हो चुकी है और इनके अक्टूबर तक स्वीकृत होने की संभावना है। डॉ. रजनीकांत ने बताया कि उत्तराखंड के कुल 27 उत्पादों को अब तक जीआई टैग प्राप्त हो चुका है, जो राज्य की पारंपरिक पहचान और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।कृषि मंत्री गणेश जोशी ने इस अवसर पर डॉ. रजनीकांत को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के पारंपरिक और विशिष्ट उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि जीआई टैग प्राप्त उत्पादों के माध्यम से किसानों को अधिक लाभ मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस अवसर पर भरसार यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो. परमिंदर कौशल भी उपस्थित रहे।