वर्टिकल ड्रिलिंग में देरी पर उठे सवाल, उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने को बने ये प्लान
देहरादून। उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में 14 दिन से फंसे मजदूरों को निकालने (vertical drilling) के लिए चल रहे मुख्य रेस्क्यू ऑपरेशन में रुकावट के बीच अब ऊपर से ड्रिलिंग”वर्टिकल ड्रिलिंग” के लिए मोर्चाबंदी तेज हो गई है। मशीनें पहुंचाकर सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। वर्टिकल ड्रिलिंग में देरी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
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टनल के अंदर मलबे में ऑगर मशीन के फंसने से अब उसे कटर से काटा (vertical drilling) जा रहा है, लिहाजा अन्य विकल्पों पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू की जा रही है। सुरंग के ऊपर से ड्रिल के लिए पहले योजना बनाई जा चुकी थी।
इसके लिए सड़क बनाने के साथ ही ओडिशा से विशेष मशीनें भी मंगाई गई। विशेषज्ञों के अनुसार, टनल के ऊपर से मजदूरों तक पहुंच बनाने के लिए करीब 85 से 103 मीटर लंबी टनल की जरूरत होगी। इसके लिए ओडिसा से मंगाई गई मशीनों से काम किया जाएगा। इसके लिए कई मशीनें ऊपर पहुंच गई हैं, जबकि कुछ मशीनों को टनल के ऊपर पहुंचाया जा रहा है।
वर्टिकल ड्रिल में देरी पर उठ रहे सवाल : टनल के अंदर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए ऊपर से वर्टिकल ड्रिल के विकल्प पर 18 नवंबर को चर्चा हो गई थी। अगले दिन सड़क बनाने का भी काम शुरू हो गया था। दो दिन में सड़क चिह्नित स्थान तक पहुंच गई थी, लेकिन उसके बाद ड्रिलिंग का काम शुरू नहीं किया गया। ओडिसा से मंगाई गई मशीन भी साइट पर खड़ी रही। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस प्लान पर भी समय रहते काम शुरू हो गया होता तो अभी तक ड्रिलिंग मजदूरों के काफी करीब तक पहुंच सकती थी।
मजदूरों से बोले सीएम, जो जरूरत हो तत्काल बताएं: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों से बात कर उनका हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि फंसी हुई ऑगर मशीन को निकालने का काम तेजी से चल रहा है और जल्द सभी को सकुशल बाहर निकाल दिया जाएगा। शनिवार को रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने अंदर फंसे गबर सिंह, सबा अहमद और अखिलेश मिश्रा से बात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कई विशेषज्ञ उन्हें निकालने के लिए दिनरात काम कर रहे हैं और भरोसा दिलाया कि जल्द रेस्क्यू टीम उन तक पहुंच जाएगी।
धामी ने मजदूरों के स्वास्थ्य के साथ ही अंदर भेजे जा रहे खाने के साथ ही अन्य जरूरतों के बारे में भी जानकारी ली। कहा कि उन्हें किसी भी चीज की जरूरत हो तो तत्काल अधिकारियों को बताएं। धामी ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सभी मजदूरों को जल्द और सुरक्षित बाहर निकाला जाए। इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।