ऋषिकेश: एक मां ने जन्म लेने से पहले ही पांच माह के भ्रूण को नाली में फेंक (five month old fetus) दिया । शांतिनगर में स्थानीय लोगों की नजर नाली में बहते नवजात पर पड़ गई। पुलिस ने भ्रूण का डीएनए सेंपल सुरक्षित रख लिया है। फिलहाल पुलिस मां की तलाश में जुटी है। यह घटना चर्चा का विषय रही। ऋषिकेश में यह कोई पहली घटना नहीं है।
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इससे पहले 2018 में भी एक नवजात का शव गोविंदनगर की नाली (five month old fetus) में मिला था, जिसका गला तार से घोंटा गया था। लेकिन कातिल तो दूर आज तक न तो मां और न ही नवजात के पिता का पता चला पाया। इसी साल 18 जनवरी को तिलक रोड के पास एक स्वस्थ नवजात नाली में मिला, मगर पुलिस उसके माता-पिता को नहीं तलाश पाई।
नवजात का हत्यारा गिरफ्त से बाहर: साल 2018 के दो फरवरी की घटना हर किसी को याद है। इसमें एक नवजात का शव पुलिस को गोविंदनगर में नाली से मिला था। गले पर निशान मिले, तो हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया। वारदात में प्रयुक्त तार भी पुलिस ने बरामद किए। लेकिन आजतक न तो कातिल और न बच्चे के मां-बाप का सुराग पुलिस लगा पाई है।
नाली में मिले नवजात का केस भी नहीं सुलझा: इसी साल 18 जनवरी में भी मां की ममता शर्मसार हुई थी। तिलक रोड स्थित डॉक्टर कॉलोनी के पास एक नवजात पुलिस को नाली में पड़ा मिला था। नवजात को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। बच्चे की जान तो बची, लेकिन उसके माता-पिता का आज तक पता नहीं चला।
पुलिस सभी मामलों की जांच में जुटी है। लंबित केस को निपटने के लिए भी समय-समय पर निर्देशित किया जाता है। पहचान होने पर संबंधित पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।- कमलेश उपाध्याय, एसपी देहात, देहरादून