कलयुग में रामनाम सुमिरन ही कष्टों से मुक्ति का उपाय: महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव
हरिद्वार। हरिद्वार की पावन भूमि पर 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ एवं रंगारंग (Mahamandaleshwar Swami Santoshanand Dev) कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। 9 दिसंबर से लेकर 17 दिसंबर तक चलने वाले कार्यक्रम में प्रतिदिन यज्ञ के साथ धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ हनुमान चालीसा पाठ के साथ किया जायेगा। जिसमें करीब 3100 सौ लोग मिलकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
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हरिद्वार -नजीबाबाद रोड पर थाना श्यामपुर क्षेत्र के सजनपुर पीली (Mahamandaleshwar Swami Santoshanand Dev) गांव में स्थित श्री ध्रुव भक्ति सेवा आश्रम ट्रस्ट के तत्वावधान में श्री ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल के प्रांगण में बाबा बालकदास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ एवं रंगारंग कार्यक्रम की जोरदार तैयारियां जारी है।
इस कड़ी में मंगलवार 07 नवंबर को श्री अवधूत मंडल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर सिंहद्वार ज्वालापुर के पीठाधीश्वर महंत महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव जी महाराज ने श्री ध्रुव चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल के संस्थापक बाबा बालकदास जी महाराज से भेंटवार्ता कर कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी ली।
महामंडलेश्वर डॉ स्वामी संतोषानंद देव जी महाराज ने कहा कि कलयुग में भगवान राम का सुमिरन ही सभी संकटों से मुक्ति का उपाय है। रामनाम का सुमिरन करने वाले भक्तों की मदद के लिए स्वयं हनुमान जी उपस्थित हो जाते हैं। कलयुग में हनुमान जी को जीवित देवता माना जाता है। मान्यता है कि रामभक्तो को हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद सदैव प्राप्त होता है। भगवान राम के आदेश पर हनुमान जी भक्तों के कष्ट हरने के लिए मौजूद रहते हैं। भगवान राम में आस्था एवं विश्वास रखते हुए लोगों के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसमें तनिक भी संशय नहीं है।
बाबा बालकदास जी महाराज ने बताया कि कार्यक्रम में राजस्थान, दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में भक्तजन शामिल होने आए रहे हैं। तीर्थनगरी हरिद्वार में रहने वाले सभी श्रद्धालुओं से भी निवेदन है कि कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
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