आईआईएम काशीपुर ने ‘मार्केटिंग इनोवेशन’ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए
देहरादून। भारत के अग्रणी प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम (marketing innovation) काशीपुर की ओर से 16 से 18 दिसंबर तक अपने परिसर में ‘मार्केटिंग इनोवेशन’ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह सम्मेलन व्हिटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, सिरैक्यूज़ यूनिवर्सिटी, यूएसए में प्रतिष्ठित अर्ल वी. स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर के सहयोग से आयोजित किया जाएगा।
वर्तमान दौर में मार्केटिंग संबंधी क्रांतिकारी बदलाव के बीच इस सम्मेलन (marketing innovation) का उद्देश्य हालिया तकनीकी प्रगति और जेनरेटिव-एआई, स्मार्ट डिवाइसेस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग, वर्चुअल रियलिटी और ऑग्मेंटेड रियलिटी जैसे डिजिटल परिवर्तनों के प्रभाव को उजागर करना है।
इन बदलावों के बाद अनेक नए प्लेटफार्मों की शुरुआत हुई है, जो मार्केटियर्स को मार्केटिंग के चार ‘पी’ (प्रोडक्ट, प्लेस, प्राइस, प्रमोशन) से संबंधित अधिक कुशल, रचनात्मक और डेटा-संचालित रणनीतियों को अपनाने के साधन प्रदान करते हैं। मार्केटिंग के प्रतिष्ठित प्रोफेसर और अर्ल वी. स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर, सिरैक्यूज़ यूनिवर्सिटी, यूएसए के व्हिटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के डायरेक्टर डॉ. एसपी राज और आईआईएम काशीपुर के डायरेक्टर डॉ. कुलभूषण बलूनी इस सम्मेलन के संरक्षक हैं।
डॉ. सोमनाथ चक्रवर्ती, डीन (अकादमिक) और मार्केटिंग के प्रोफेसर, आईआईएम काशीपुर और कॉन्फ्रेंस चेयरपर्सन ने कहा, ‘‘उभरती अर्थव्यवस्थाओं के संदर्भ में आज उपभोक्ता कल्याण को फिर एक बार केंद्र में रखा जाने लगा है और इसे महत्वपूर्ण दर्जा दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में परिवर्तनकारी विकास के दौर से गुजरने के साथ उन कारणों को समझना आवश्यक हो गया है, जो उपभोक्ता कल्याण को प्रभावित कर सकते हैं।
सम्मेलन का उद्देश्य इस जटिल परिदृश्य में गहराई से उतरना, शोधकर्ताओं और अभ्यासकर्ताओं को अपना विजन और अपनी रणनीति को साझा करने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के दौरान मार्केटिंग इनोवेशन से संबंधित विचारोत्तेजक और उपयोगी चर्चा होने की संभावनाएं हैं।’’
सत्रों के बारे में – सम्मेलन में उत्पादों के पर्यावरण-अनुकूल पहलुओं को बढ़ावा देने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में टिकाऊ विपणन जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। कॉर्पाेरेट सामाजिक उत्तरदायित्व से संबंधित ट्रैक ब्रांड मूल्य के एक अभिन्न अंग के रूप में उभरा है। इसके तहत नैतिक और पर्यावरण के प्रति जागरूक व्यावसायिक प्रथाओं की आवश्यकता के बारे में बढ़ती जागरूकता का प्रदर्शन किया जाता है।
टैक्नीकल इनोवेशन से संबंधित ट्रैक मार्केटिंग के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करता है, जो मूल रूप से व्यवसायों को नया आकार देता है, ताकि वे अपने लक्षित ग्राहकों से जुड़ें। यह ट्रैक इस बात पर प्रकाश डालता है कि मार्केटिंग के क्षेत्र में नकारात्मक घटनाएं, जैसे कि ब्रांड की विफलता और अनैतिक व्यवहार, व्यवसायों और उपभोक्ताओं पर समान रूप से गंभीर परिणाम कैसे डाल सकते हैं। एक अन्य ट्रैक इस बारे में है कि बढ़ती आय और उभरते विचारों और टैक्नोलॉजी के संपर्क के कारण उपभोक्ता कैसे अपना विजन बदल रहे हैं।
उपभोक्ता अनुभव ट्रैक में इस बात का गहन अध्ययन शामिल है कि 21वीं सदी में उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव किस हद तक आया है और डिजिटलीकरण और ग्राहक-केंद्रित रणनीतियों की ओर बदलाव के कारण माहौल में कितना परिवर्तन नजर आने लगा है। मूल्य निर्धारण पर ध्यान केंद्रित करने वाला ट्रैक मल्टी-चौनल दुनिया में एक जटिल और रणनीतिक प्रयास के रूप में विकसित हुआ है, जिसके लिए बाजार, ग्राहकों और प्रतिस्पर्धा के गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है।