हर्बालाइफ इंडिया और शूलिनी यूनिवर्सिटी ने लॉन्च किया डायरेक्ट सेलिंग में भारत का पहला प्रबंधन कार्यक्रम
देहरादून : एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य व कल्याण कंपनी एवं समुदाय, हर्बालाइफ इंडिया ने आज हिमाचल प्रदेश के सोलन में शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज(Shoolini University) के साथ अपनी तरह के पहले समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते में कंपनी ऑनलाइन मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) में डायरेक्ट सेलिंग विषय का हिस्सा बनेगी।
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आज, डायरेक्ट सेलिंग उद्योग व्यक्तियों को उद्यमी बनने और व्यक्तिगत एवं करियर विकास से लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है। विकास के लिए कौशल वृद्धि अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह पेशेवरों को उनके नेतृत्व, बिक्री और व्यापक व्यावसायिक क्षमताओं को निखारने में मदद करती है। प्रतिष्ठित शूलिनी विश्वविद्यालय के साथ इस सहयोग का उद्देश्य बाजार में एक प्रभावी चैनल के रूप में प्रत्यक्ष बिक्री पर ध्यान केंद्रित करना और भारत में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग को रोजगार, आर्थिक विकास और उद्यमिता के उत्प्रेरक के रूप में प्रदर्शित करना है।
एमओयू में हर्बालाइफ इंडिया के सहयोग से शूलिनी विश्वविद्यालय में शिक्षा में डायरेक्ट सेलिंग के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीईडीएसए) का निर्माण शामिल है। दोनों ज्ञान साझेदारों के बीच इस समझ के साथ, विश्वविद्यालय में एमबीए और बीबीए पाठ्यक्रम में अब ‘डायरेक्ट सेलिंग मैनेजमेंट’ में विशेषज्ञता शामिल होगी। नए पुनर्गठित कार्यक्रम अगले शैक्षणिक सत्र 2023-2024 से शुरू होंगे। यह पाठ्यक्रम छात्रों को इस अनूठे चैनल द्वारा पेश किए गए अवसरों के साथ-साथ पूरे उद्योग में उपलब्ध कॉर्पोरेट और उद्यमशीलता के अवसरों से परिचित कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
हर्बालाइफ इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अजय खन्ना ने कहा, हमें शूलिनी विश्वविद्यालय(Shoolini University) के साथ अपने सहयोग की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। एमओयू पर हस्ताक्षर डायरेक्ट सेलिंग उद्योग की बेहतर समझ को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जैसे-जैसे भारत में उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, व्यवसाय प्रशासन पाठ्यक्रम में डायरेक्ट सेलिंग पर केंद्रित एक संरचित कार्यक्रम की तत्काल आवश्यकता है। यह रणनीतिक साझेदारी न केवल छात्रों को इस गतिशील उद्योग में फलने-फूलने के लिए आवश्यक क्षमताओं और धारणाओं से लैस करेगी बल्कि भारत में डायरेक्ट सेलिंग क्षेत्र को भी ऊपर उठाएगी।
शूलिनी यूनिवर्सिटी(Shoolini University) में मार्केटिंग एंड इनोवेशन के सह-संस्थापक और अध्यक्ष श्री आशीष खोसला ने कहा, मुझे शूलिनी यूनिवर्सिटी और हर्बालाइफ इंडिया के बीच इस रोमांचक पहल की औपचारिक घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह सहयोग नवाचार, अनुसंधान और समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हर्बालाइफ के साथ जुड़कर, हमारा लक्ष्य एक गतिशील मंच बनाना है जो उद्योग अंतर्दृष्टि के साथ अकादमिक विशेषज्ञता को जोड़ता है, जो उद्यमिता, बिक्री और प्रबंधन के क्षेत्र में वृद्धि और विकास के अद्वितीय अवसरों के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है।
पिछले साल वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (डब्ल्यूएफडीएसए) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डायरेक्ट सेलिंग की वैश्विक रैंकिंग में भारत वर्तमान में 11वें स्थान पर पहुंच गया है। यह उद्योग लगभग छह मिलियन लोगों को रोजगार देता है, जिसमें पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, यह क्षेत्र युवाओं के लिए करियर विकल्पों और महिलाओं सहित टियर 2 और 3 शहरों के व्यक्तियों को रोजगार देने के साथ लचीला बनकर उभरा है।बड़े सहयोग के हिस्से के रूप में, शूलिनी यूनिवर्सिटी हर्बालाइफ इंडिया के साथ उन शैक्षणिक संगठनों को शिक्षण मॉड्यूल प्रदान और सुविधा प्रदान करेगी जो डायरेक्ट सेलिंग को अपने पाठ्यक्रम में एक नए विषय के रूप में पेश करना चाहते हैं।भारत में, हर्बालाइफ, डायरेक्ट सेलिंग में बाजार के दिग्गजों में से एक के रूप में, डायरेक्ट सेलिंग उद्योग के विकास में अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं, सलाह और संवाद और विकास गतिविधियों के माध्यम से उद्योग, शैक्षणिक संस्थानों, व्यवसायों और सरकार के साथ काम कर रहा है।
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