प्रदेश भर में कांग्रेस का हस्ताक्षर अभियान: 10,000 से अधिक फार्म जमा

देहरादून: प्रदेश कांग्रेस द्वारा चलाए गए “वोट चोर गद्दी छोड़” हस्ताक्षर अभियान(Congress signature campaign) ने प्रदेशभर से समर्थन प्राप्त किया है। इस अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न जिलों और विधानसभा क्षेत्रों से हजारों हस्ताक्षर एकत्रित किए। यह अभियान अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है और पार्टी का उद्देश्य प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को मजबूत करना है।

हस्ताक्षर अभियान का समापन

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन, सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में यह अभियान(Congress signature campaign) पूरे प्रदेश में फैल गया था। हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत, विभिन्न जिलों से फार्म और समर्थन पत्र एकत्र किए गए। खासतौर पर, देहरादून के चकराता विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने लगभग 5,000 हस्ताक्षर एकत्र किए। वहीं, देहरादून महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने 3,000 और श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल ने 1,100 फार्म जमा किए।

Congress signature campaign के परिणाम

इस अभियान के परिणामस्वरूप, कांग्रेस पार्टी ने प्रदेशभर में जागरूकता फैलाने का काम किया है। धस्माना ने कहा कि यह अभियान केवल एक चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि प्रदेशवासियों के बीच लोकतांत्रिक अधिकारों को लेकर जागरूकता का एक सशक्त माध्यम बना है। उन्होंने बताया कि हर जिले के अध्यक्षों को एक सप्ताह के भीतर अपने-अपने जिले से फार्म जमा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं, ताकि पार्टी के नेताओं के पास एक मजबूत जनादेश हो सके।

Congress signature campaign प्रदर्शन और जनसमर्थन

कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन, मुख्यमंत्री आवास कूच और अन्य कार्यक्रमों में भी बल मिला। प्रदेशभर में विभिन्न जिलों में आयोजित प्रदर्शनों से पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि प्रदेश की जनता ने इस अभियान में पूरी तरह से अपनी भागीदारी निभाई है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा “हमने जनता के बीच अपनी आवाज़ पहुंचाई और लोगों से जुड़ने का प्रयास किया। यह अभियान केवल कांग्रेस पार्टी का नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जो लोकतंत्र की असली ताकत को पहचानता है,”

आगामी कदम

अभी के लिए पार्टी के नेताओं का फोकस इन हस्ताक्षरों को एकजुट करने पर है, ताकि प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व द्वारा यह दस्तावेज़ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तक पहुँच सके। इसके बाद पार्टी आगामी रणनीतियों पर विचार करेगी और इसे आगामी राजनीतिक परिस्थितियों के अनुकूल ढालने की योजना बनाएगी।

पार्टी ने प्रदेशभर में लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगें रखने का प्रयास किया है और इसे लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह अभियान आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए एक बड़ा राजनीतिक मोड़ साबित हो सकता है या फिर………